
बर्लिन। 7 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जर्मनी ने कड़ी निंदा की है। जर्मन विदेश मंत्री जोहान वेडफुल ने भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि जर्मनी आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है।
भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी और आतंकवाद पर संवाद
वेडफुल का बयान
जर्मन विदेश मंत्री ने यह भी दोहराया कि भारत और जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा। दोनों पक्षों ने लोकतांत्रिक मूल्यों और नियम-आधारित वैश्विक व्यवस्था के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।
रविशंकर प्रसाद ने क्या कहा?
भारतीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा: “आतंकवाद लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए गंभीर खतरा है। हमने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर चिंता व्यक्त की और सभी लोकतांत्रिक देशों से इसके खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।”
बुंडेस्टाग में नेताओं से हुई अहम मुलाकातें
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी की संसद बुंडेस्टाग के कई वरिष्ठ नेताओं से बातचीत की, जिनमें शामिल हैं:
- जुर्गन हार्ड्ट (CDU विदेश नीति प्रवक्ता)
- अरमिन लाशेट (विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष)
- राल्फ ब्रिंकहॉस
- हुबर्टस हाइल
- टिलमैन कुबान
अरमिन लाशेट का बयान: भारत-जर्मनी साझेदारी अहम
अरमिन लाशेट ने कहा: “भारत और जर्मनी वैश्विक सुरक्षा पर एक मजबूत भरोसेमंद साझेदारी साझा करते हैं। पहलगाम हमला अत्यंत निंदनीय है और जर्मनी भारत के साथ खड़ा है।”
उन्होंने सीजफायर और संवाद की महत्ता पर भी जोर दिया।
भारत-जर्मनी सहयोग के क्षेत्र
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि दोनों देशों के बीच निम्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ रहा है:
- व्यापार और निवेश
- रक्षा और सामरिक सहयोग
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- कौशल विकास और छात्र/श्रमिक गतिशीलता
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल?
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में सभी प्रमुख दलों के नेता शामिल रहे:
- दग्गुबाती पुरंदेश्वरी
- प्रियंका चतुर्वेदी
- गुलाम अली खटाना
- अमर सिंह
- समिक भट्टाचार्य
- एम थंबीदुरई
- एम जे अकबर (पूर्व मंत्री)
- पंकज सरन (पूर्व राजनयिक)