
नई दिल्ली । 04 जुलाई 2025, शब्दरंग समाचार :
सेना के उप-प्रमुख के बयान से मचा सियासी तूफान
भारतीय सेना के उप प्रमुख (क्षमता विकास एवं स्थायित्व)लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह के बयान से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
उन्होंने कहा कि चीन ने पाकिस्तान को भारतीय सैन्य संपत्तियों का लाइव डाटा दिया, जबकि तुर्किये ने पाकिस्तान को ड्रोन मुहैया कराए। यह बयान सामने आते ही कांग्रेस ने संसद में चीन पर खुली बहस की मांग दोहराई।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर एक गुप्त सैन्य ऑपरेशन था, जिसे भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ रणनीतिक दृष्टिकोण से अंजाम देना शुरू किया था।
हालांकि, 10 मई को यह ऑपरेशन अचानक अमेरिकी हस्तक्षेप के कारण रोक दिया गया।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि इस ऑपरेशन के असली टारगेट पाकिस्तान नहीं, चीन था।
क्या चीन कर रहा है पाकिस्तान की वायु सेना को नियंत्रित?
रमेश ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि चीन, पाकिस्तान की वायु शक्ति को अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित कर रहा है।
अब वह पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ त्रिपक्षीय बैठकें कर रहा है, जो भारत की रणनीतिक सुरक्षा के लिए खतरा है।
चीन के साथ व्यापार घाटा और भू-राजनीतिक खतरे
भारत का व्यापार घाटा चीन के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार इस पर गंभीर नहीं है और रणनीतिक, आर्थिक और कूटनीतिक स्तर पर चीन से निपटने की नीति अस्पष्ट है।
संसद में बहस की मांग: कांग्रेस का रुख स्पष्ट
कांग्रेस पार्टी ने कहा कि संसद सत्र शुरू होने से पहले होने वाली सर्वदलीय बैठकें सिर्फ औपचारिकता हैं।
उन्होंने मांग की कि संसद में:
- ऑपरेशन सिंदूर की असल कहानी
- चीन की बढ़ती भूमिका
- अमेरिका की रणनीतिक चालें
- भारत की जवाबी रणनीति पर व्यापक बहस होनी चाहिए।
कांग्रेस का दावा: असली खतरा पाकिस्तान नहीं, चीन है
रमेश ने स्पष्ट किया कि भारत के सामने असली रणनीतिक खतरा पाकिस्तान से नहीं, चीन से है।
उन्होंने कहा, “हम बार-बार यह बात कह रहे हैं कि चाहे वह सीडीएस जनरल के बयान हों या विदेशी राजनयिकों के खुलासे, सब चीन के सक्रिय हस्तक्षेप की पुष्टि करते हैं।”