नई दिल्ली। शब्दरंग समाचार: आगामी 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड पूरी भव्यता और आकर्षण के साथ प्रस्तुत की जाएगी। इस वर्ष परेड का थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ है। रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि इस बार परेड को निर्धारित 90 मिनट में पूरा किया जाएगा।
15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां होंगी शामिल
गणतंत्र दिवस परेड में इस बार 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियां शामिल होंगी। इन राज्यों में आंध्र प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, दादर नागर हवेली और दमन और दीव, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब, त्रिपुरा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का चयन किया गया है।
14 मार्चिंग दस्तों की प्रस्तुति
इस बार परेड में 14 मार्चिंग दस्ते होंगे। इनमें से 8 दस्ते तीनों सेनाओं (थल सेना, नौसेना और वायुसेना) से होंगे और 5 दस्ते गृह मंत्रालय के तहत आने वाले अर्धसैनिक बलों के होंगे। बीएसएफ के ऊंट दस्ते की परंपरागत भव्यता भी परेड का हिस्सा होगी।
पिछली परेड की तुलना में बदलाव
2024 की परेड अपेक्षाकृत लंबी हो गई थी, जिसका कारण फ्रांस के मार्चिंग दस्ते की धीमी गति थी। इस बार इंडोनेशिया के मार्चिंग दस्ते के शामिल होने की उम्मीद है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
5000 कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुति
इस साल पहली बार 5000 कलाकार कर्तव्य पथ पर भारत की समृद्ध संस्कृति, विरासत और विकास को प्रदर्शित करेंगे। पिछले वर्ष 3000 कलाकारों ने प्रस्तुति दी थी।
झांकियों की संख्या और आकर्षण
परेड में इस बार कुल 25 झांकियां होंगी। इनमें राज्यों के अलावा डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (डीएमए), डीआरडीओ, असम राइफल्स और कोस्टगार्ड की झांकियां भी शामिल हैं।
मोटरसाइकिल पर सेना के जवानों का करतब
सेना के सिग्नल कोर के जवानों द्वारा मोटरसाइकिल पर दिखाए जाने वाले करतब परेड का मुख्य आकर्षण होंगे। यह दर्शकों में रोमांच और जोश भरने का काम करेगा।गणतंत्र दिवस परेड इस बार न केवल समयबद्धता का उदाहरण होगी, बल्कि इसमें भारतीय संस्कृति और विकास की झलक देखने को मिलेगी। दर्शकों को परेड के हर पल का आनंद मिलेगा और यह दिन यादगार बनेगा।