शब्दरंग संवाददाता: बिहार की जनसंख्या वृद्धि दर 14.4% है, जो दिल्ली के बाद देश में सबसे अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जनसंख्या अनुमान संबंधी तकनीकी समूह की जुलाई 2020 की रिपोर्ट के आधार पर यह जानकारी दी है। यह रिपोर्ट वर्ष 2021-25 के लिए तैयार की गई थी।दिल्ली पहले, बिहार दूसरे और झारखंड तीसरे स्थान पर
रिपोर्ट के अनुसार:
दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) की अनुमानित जनसंख्या वृद्धि दर 18.3% है।बिहार 14.4% की दर के साथ दूसरे स्थान पर है।झारखंड 12.5% की वृद्धि दर के साथ तीसरे स्थान पर है।
जनसंख्या नियंत्रण के लिए चल रही योजनाएं
मंत्रालय ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार कई योजनाएं और कार्यक्रम चला रही है।
इनमें प्रमुख हैं:
1. गर्भनिरोधक विकल्प
- कंडोम
- कंबाइंड ओरल गर्भनिरोधक गोलियां
- आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां
- आइयूसीडी (इंट्रा यूटेरिन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस)
- नसबंदी (पुरुष और महिला दोनों के लिए)
2. नसबंदी क्षतिपूर्ति योजना
नसबंदी कराने वाले लोगों को क्षतिपूर्ति दी जाती है।
3. आशाकर्मियों की भूमिका
आशाकर्मी घर-घर जाकर गर्भनिरोधक साधनों की होम डिलीवरी करती हैं।
4. प्रसव के बाद गर्भनिरोधक साधन उपलब्ध
प्रसव के तुरंत बाद महिलाओं को गर्भनिरोधक साधन प्रदान किए जाते हैं।
सरकार का प्रयास
केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करना और परिवार नियोजन के महत्व को बढ़ावा देना है।
चुनौतियां और आगे की राह
बिहार जैसे राज्यों में जनसंख्या वृद्धि की उच्च दर स्वास्थ्य और विकास के लिए चुनौती है। इसे नियंत्रित करने के लिए जागरूकता अभियानों के साथ गर्भनिरोधक साधनों की पहुंच और उपयोगिता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।