
लखनऊ । 14 मई 2025, शब्दरंग समाचार:
लखनऊ कैंट क्षेत्र में तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों पर अब सेना ने सख्ती से लगाम लगाने का निर्णय लिया है। कैंट के सैन्य इलाके में स्थित तीन महत्वपूर्ण मार्गों पर गति सीमा 45 किमी प्रति घंटा तय की गई है। इससे अधिक रफ्तार से वाहन चलाने पर चालान कटेगा और वाहन की तस्वीर सेना के कैमरे में कैद होगी।
किन मार्गों पर लागू हुआ नियम?
तीन प्रमुख मार्गों को ओवरस्पीड नियंत्रण के तहत लाया गया है:
* कस्तूरबा मार्ग
* मेस रोड
* बहादुर शाह रोड
इन सड़कों पर अब स्पीड मीटर कैमरे लगाए गए हैं जो वाहनों की गति रिकॉर्ड करेंगे।
कैसे होगी निगरानी?
सेना द्वारा लगाए गए हाई-रेजोल्यूशन कैमरे ओवरस्पीडिंग वाहनों की निगरानी करेंगे। जैसे ही कोई वाहन 45 किमी/घंटे से अधिक गति से गुजरेगा, उसकी फोटो स्वतः कैप्चर होगी और ट्रैफिक नियमों के तहत उस पर चालान जारी किया जाएगा।
सेना की पहल क्यों?
कैंट क्षेत्र में सैन्य गतिविधियों, नागरिक आवागमन और सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। बार-बार तेज रफ्तार की घटनाओं और संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह नियम लागू किया गया है। सेना चाहती है कि शांति, सुरक्षा और अनुशासन को ध्यान में रखते हुए लोग गति सीमा का पालन करें।
जनता से की गई अपील
सेना और नगर प्रशासन ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे कैंट क्षेत्र में तय की गई गति सीमा का पालन करें, अन्यथा उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस नियम का उल्लंघन करने पर भारी जुर्माना और ड्राइविंग लाइसेंस पर भी प्रभाव पड़ सकता है।