शब्दरंग समाचार : मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश: राकेश टिकैत के साथ हुई अभद्रता और पगड़ी गिराए जाने की घटना के बाद किसान संगठनों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने शनिवार को मुजफ्फरनगर में इमरजेंसी महापंचायत बुला ली है, जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं। जीआईसी मैदान को सुरक्षा के लिहाज़ से छावनी में तब्दील कर दिया गया है, जहां भारी भीड़ जुटने की संभावना है।
इस बीच मेरठ और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से किसानों का काफिला मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गया है। किसानों ने सख्त तेवर अपनाते हुए चेतावनी दी है—“धरती लाल कर देंगे। टिकैत ने जान देने को कहा तो जान देंगे, जान लेने को कहा तो जान भी लेंगे।” उनका कहना है कि पगड़ी का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस बार की लड़ाई आर-पार की होगी।
किसानों का आरोप है कि सरकार किसान आंदोलन को कमजोर करने की साजिश रच रही है। एक किसान ने तीखे लहजे में कहा, “अगर सरकार इतनी ताकतवर है तो पाकिस्तान पर हमला करे। हम चंदा करके भी देने को तैयार हैं।”
गौरतलब है कि शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में आयोजित एक प्रदर्शन के दौरान राकेश टिकैत की मौजूदगी पर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई थी। इस दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की हुई और उनकी पगड़ी गिर गई, जिससे वहां हंगामा खड़ा हो गया। इसके बाद भाकियू ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महापंचायत का ऐलान किया।
पुलिस प्रशासन सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि शनिवार की महापंचायत क्या रुख लेती है और किसान आंदोलन को किस दिशा में ले जाती है।