
नई दिल्ली, 7 मई 2025 , शब्दरंग समाचार: हालिया आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद, भारत सरकार ने धैर्य और पूरी रणनीति के साथ जवाबी कार्रवाई की है। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी प्रेस रिलीज़ में कहा गया कि भारत की ज़ीरो टॉलरेंस नीति सिर्फ़ शब्दों तक सीमित नहीं, बल्कि सटीक और संतुलित कार्रवाई में झलकती है।
ऑपरेशन सिंदूर — एक गुप्त लेकिन निर्णायक मिशन:
ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय सेना और वायुसेना के संयुक्त कमांड के तहत अंजाम दिया गया। इसका लक्ष्य था सीमापार के उन विशिष्ट आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाना, जो सीधे भारत में हुए हमले के लिए ज़िम्मेदार थे।
ऑपरेशन की प्रमुख विशेषताएँ:
सटीक इंटेलिजेंस:
रॉ और मिलिट्री इंटेलिजेंस के सहयोग से आतंकियों के लॉन्चपैड्स, ट्रेनिंग कैम्प्स और हथियार भंडार की पहचान की गई।
रात का समय चुना गया:
ऑपरेशन 3 मई की रात 2:30 बजे शुरू हुआ, ताकि नागरिक आबादी को कोई नुकसान न पहुँचे।
मल्टी-फोर्स कोऑर्डिनेशन:
वायुसेना के सुखोई-30 और मिराज-2000 विमानों ने टार्गेट को प्रिसिशन गाइडेड म्यूनिशन से निशाना बनाया, जबकि स्पेशल फोर्सेज ने ज़मीन पर घुसकर आतंकियों के मुख्य कमांडरों को निष्प्रभावी किया।
सीमा के भीतर कोई एस्केलेशन नहीं:
सेना ने ध्यान रखा कि कार्रवाई केवल आतंकियों तक सीमित रहे, जिससे किसी देश या नागरिक को नुकसान न हो और अंतरराष्ट्रीय सीमा का सम्मान बना रहे।
सेना प्रमुख का बयान:
सेना प्रमुख जनरल अजय सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर न केवल आतंकियों को जवाब देने के लिए था, बल्कि भविष्य के हमलों को रोकने का संदेश देने के लिए भी था। हमने पूरी तैयारी, संयम और ज़िम्मेदारी के साथ कार्रवाई की। हर भारतीय को अपनी सेना पर गर्व होना चाहिए।”
सरकार का रुख:
प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित करते हुए कहा, “यह लड़ाई किसी देश के खिलाफ नहीं, बल्कि उस विचारधारा के खिलाफ है जो आतंक फैलाती है। भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा और अखंडता के लिए हरसंभव कदम उठाएगा।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ:
अमेरिका, फ्रांस, जापान और रूस समेत कई देशों ने भारत के संयम और सटीक प्रतिक्रिया की सराहना की है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा, “भारत शांति के पक्ष में है, लेकिन आतंकवाद पर चुप नहीं बैठ सकता।”
आम जनता की प्रतिक्रिया:
सोशल मीडिया पर #ऑपरेशनसिंदूर ट्रेंड कर रहा है। लोग सेना और सरकार की संयमित, समझदारी भरी कार्रवाई की तारीफ़ कर रहे हैं। एक यूज़र ने लिखा, “भारत ने फिर साबित किया कि वह न तो डरता है, न ही उकसावे में आता है — वह सोच-समझकर वार करता है।”