
लखनऊ संवाददाता: देश की प्रमुख दूरसंचार कंपनियों ने पोस्टपेड प्लान की दरों में 12% से 25% तक की वृद्धि कर दी है। हालांकि, यह बढ़ोतरी एक साथ नहीं की गई, बल्कि कंपनियों ने अलग-अलग समय पर अपने प्लान की कीमतों को बढ़ाया है। इससे ग्राहकों को इन बदलावों का तुरंत पता नहीं चल सका।विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनियां अपनी आय बढ़ाने और खर्चों की भरपाई के लिए यह कदम उठा रही हैं। इस बढ़ोतरी का असर आम ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा, खासकर उन पर जो पोस्टपेड सेवाओं का नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं।ग्राहकों ने इन बढ़ती कीमतों पर नाराजगी जताई है और कंपनियों से पारदर्शिता बनाए रखने की मांग की है। कंपनियों का कहना है कि यह कदम बेहतर सेवाएं देने और नेटवर्क सुधारने के लिए उठाया गया है।आने वाले दिनों में ग्राहकों के लिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कंपनियां अपनी सेवाओं में किस हद तक सुधार कर पाती हैं और क्या ग्राहकों को इस बढ़ोतरी का लाभ मिलता है।