नैतिक मूल्यों का सार है मृत्युंजय” शिक्षाविद् पुनीत वशिष्ठ के पुस्तक विमोचन में जुटे प्रख्यात साहित्यकार उतर प्रदेश भाषा संस्थान के कवि सम्मेलन में खूब जमा कविता का रंग

आगरा (Shabddrang Samachar): उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान और जीडी गोयनका साहित्य अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को होटल होलीडे इन में पुस्तक विमोचन समारोह एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें देश के प्रख्यात साहित्यकारों की मौजूदगी में शिक्षाविद् पुनीत वशिष्ठ की नैतिक मूल्यों को प्रतिस्थापित करती पुस्तक ‘मृत्युंजय’ का लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अतिथियों ने कहा कि पुस्तक ‘ मृत्युंजय’ पाठकों में अपने मूल्यों को संरक्षित करने हेतु उनमें एक नई ऊर्जा का संचार करेगी, जिसके लिए लेखक साधुवाद के पात्र हैं।इस मौके पर आयोजित कवि सम्मेलन में देश के ख्याति प्राप्त कवियों ने अपनी प्रस्तुति से समां बांध दिया। स्त्री विमर्श पर इन दिनों जिस शेर को सर्वाधिक रेखांकित किया जा रहा है उसकी मूल रचनाकार लखनऊ की लोकप्रिय कवयित्री डा. मालविका हरिओम ने उसे पढ़कर सभी की तालियां बटोरीं- जान कहकर मुझे बेजान बना रक्खा है बोल सकती हूँ मगर कान बना रक्खा है।अंतर्राष्ट्रीय कवि डॉ कुमार मनोज ने भी अपने इस शेर से लोगों का दिल जीत लिया- साथ चलते हुए जिससे तमाम शिकवे थे अलग हुए तो वही शख़्स याद आता है। कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे प्रख्यात कवि पवन आगरी ने ट्रंप की जीत पर यूं चुटकी ली-हमारी खुशी का तो बस इतना संबंध है ट्रंप से क्योंकि उनकी तुक मिलती है हमारे हैंडपंप से लखनऊ के सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार पंकज प्रसून ने प्रदूषण युक्त वातावरण पर यूं तंज किया -हर गाँव में बिकेगी सब ज़िलों में बिकेगी एक दिन हवा भी यार बोतलों में बिकेगीप्रयागराज के प्रख्यात कवि डा. श्लेष गौतम ने कविता की कुछ यूं व्याख्या की- प्रेम हुआ करती है कविता, त्याग हुआ करती है राजमहल में मीरा सा, बैराग हुआ करती है।कार्यक्रम में विमोचित पुस्तक मृत्युंजय के लेखक पुनीत वशिष्ठ ने कहा कि नई पीढ़ी हमारे पुराने संस्कारों को कभी विस्मृत न कर पाए इसलिए आज के दौर में लेखकों का दायित्व काफी बढ़ जाता है और मेरी पुस्तक भी इसी की परिणिति है।अंत में सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन शेलॉम एजुकेशन के निदेशक अमित मिश्रा और माला मिश्रा ने किया।

ताज लिटरेचर फेस्ट 2025 की उद्घोषणा के साथ हुआ पोस्टर विमोचन जीडी गोयनका साहित्य अकादमी के विधिवत गठन की घोषणा के साथ ही नए साल के द्वितीय सप्ताह में 11 एवं 12 जनवरी को होने वाले ताज लिटरेचर फेस्ट का पोस्टर विमोचन भी हुआ। जीडी गोयनका के प्रो वाइस चेयरमैन संजय अग्रवाल ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि पवन आगरी को अकादमी का कन्वीनर घोषित करते हुए 5 सदस्यीय सांस्कृतिक समिति की घोषणा की जिसमें मशहूर टीवी प्रस्तोता पंकज शर्मा, शिक्षाविद् पुनीत वशिष्ठ एवं विचारक गजेंद्र सिंह भी प्रमुख रूप से शामिल रहेंगे। ताज लिटरेचर फेस्ट के कन्वीनर पवन आगरी ने बताया कि दो दिवसीय इस आयोजन में 100 के करीब साहित्यकारों की सहभागिता रहेगी।

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