दमिश्क, सीरिया: 13 साल लंबे गृह युद्ध के बाद सीरिया में एक नया अध्याय शुरू हुआ जब तहरीर अल शाम (एचटीएस) के नेता मोहम्मद अबू जुलानी ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया। बशर अल असद के रूस भागने के बाद अबू जुलानी ने इसे “सीरिया के लिए एक नए युग” की शुरुआत करार दिया। हालांकि, सीरिया में शांति के आसार अभी भी क्षीण दिख रहे हैं। देश में सशस्त्र गुटों के बीच बढ़ते संघर्ष ने नए गृह युद्ध की आशंका को जन्म दे दिया है।
गुटों के बीच बढ़ता तनाव
फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की समर्थित सीरियाई नेशनल आर्मी (SNA) और अमेरिका समर्थित सीरिया डेमोक्रेटिक फोर्स (SDF) के बीच तनाव तेजी से बढ़ रहा है। इन गुटों के बीच लगातार संघर्ष और मतभेद सीरिया की स्थिति को और जटिल बना रहे हैं।
SDF: यह गठबंधन कुर्द, अरब, और असीरियन मिलिशिया का है, जो उत्तर-पूर्वी सीरिया के बड़े हिस्से को नियंत्रित करता है। SDF के नियंत्रण वाले क्षेत्र में तेल के कुएं और कृषि क्षेत्र शामिल हैं। इसे अमेरिका और इजरायल से सैन्य समर्थन मिलने की बात कही जा रही है।
़SNA: यह तुर्की समर्थित विद्रोही गुटों का गठबंधन है, जो उत्तरी सीरिया में “सुरक्षित क्षेत्र” बनाने की कोशिश कर रहा है। तुर्की SNA को समर्थन इसलिए देता है क्योंकि वह अपनी सीमा पर कुर्दों की बढ़ती ताकत को खतरा मानता है।
संघर्ष के कारण
1. अलग-अलग विचारधारा:
SNA और SDF सीरिया के भविष्य को लेकर अलग-अलग दृष्टिकोण रखते हैं।
2. अंतरराष्ट्रीय समर्थन:
SNA को तुर्की का समर्थन है, जबकि SDF को अमेरिका और इजरायल का।
3. क्षेत्रीय दावे:
दोनों गुटों के अपने क्षेत्रीय दावे हैं, जिन पर वे नियंत्रण चाहते हैं।
नए गृह युद्ध का खतरा
सीरिया के हालात एक बार फिर से गृह युद्ध की ओर बढ़ते दिख रहे हैं। कई अन्य छोटे-छोटे सशस्त्र गुट भी अपनी ताकत बढ़ाने में जुटे हुए हैं, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका
सीरिया में शांति स्थापना के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है। तुर्की और अमेरिका जैसे देशों के अलग-अलग हित और समर्थन ने संघर्ष को और बढ़ावा दिया है। यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो सीरिया एक और विनाशकारी युद्ध की चपेट में आ सकता है।